डाकटर अखलाक अहमद खान
लखीमपुर खीरी। बाजारों में मंदी के दौर के कारण व्यापारी सन्नाटे में बैठे हुए हैं। परन्तु सट्टे बाजों एवं जुआरियों के फड़ पुलिस की देखरेख में आवाद हैं। सट्टे बाजों की पर्चियां दिन भर सट्टे बाज पर्चियां इकठ्ठा करने में लगे रहते हैं। सट्टा पकड़ न जाये भुगतान भी पर्ची दाता के पास भेज देते हैं। सट्टे का उछाल आईपीएल मैचों के बाद चरम पर है।छोटा व्यापारी रोज कुआं खोद कर मजदूरी करने वाला दिन भर नम्बर निकालते देखे जा सकते हैं। पुलिस अधीक्षक की शखती के बावजूद सट्टा बाजार कभी कमजोर नहीं होता है। यूं तो कोतवाली सदर क्षेत्र में कई छोटे छोटे सट्टे बाजों को पकड़ पकड़ मोबाइल जब्त कर के दिखावे की कार्यवाही की है। नगर के नुक्कड़ मुहललों अथवा शहर से लगे गांवों में सुबह से ही जुओं के फड़ लग जाते हैं जो राजा और रंक बनाते रहते हैं। ग्राम ककरहा के एक जुआरी ने बताया कि राजा और रंक जुआं खेलने वाले बनते हैं, छूट पर जुआं खिलाने वाले व पुलिस सदैव ही राजा बनती रहती है।
No comments:
Post a Comment
Please share your views