बिपिन मिश्रा
मोहम्मदी-खीरी। लोकसभा क्षेत्र का परसीमन हो जाने के बाद शाहजहांपुर लोकसभा सीट आरक्षित हो गई और शाहाबाद लोकसभा सीट खत्म करके धौराहरा लोकसभा सीट बनाई गई जिसमें जनपद लखीमपुर खीरी की तीन विधानसभा तथा 2 विधानसभा सीतापुर की जोड़ी गई। 2009 में धौरहरा लोकसभा क्षेत्र से पूर्व मंत्री जितिन प्रसाद ने चुनाव लड़ा और भारी मतों से जीत दर्ज की तथा उसके बाद 2014 में लोकसभा चुनाव लड़ा और चौथे नंबर पर आए। अभी लोकसभा 2019 के चुनाव की घोषणा होना बाकी है, सभी राजनीतिक दलों के लोग क्षेत्र में घूम-घूम कर अपनी-अपनी पार्टी का प्रचार-प्रसार करने में लगे हैं लेकिन 2009 से 2019 तक पूर्व मंत्री जितिन प्रसाद लगातार क्षेत्र में भ्रमण करते हैं परंतु दुर्भाग्य से स्थानीय मीडिया से कोई वास्ता नहीं रखना यह चर्चा का विषय बना हुआ है। लगातार 10 वर्षों से धौरहरा की हर विधानसभा में जाना, उसके उपरांत एक बार भी मोहम्मदी विधानसभा के किसी भी मीडिया से सीधी वार्ता या प्रेस वार्ता के माध्यम से संवाद करना उचित नहीं समझा, क्योंकि वह शायद जानते होंगे कि हमें समाचार लगवाना है तो जिले से सीधे संपर्क करो, वहीं उन्होंने लगातार इन 10 वर्षों से करते आ रहे हैं, लेकिन स्थानीय मीडिया भी सामाजिक कार्यों में जहां बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती है। वहीं उनका परिवार भी उसी विधानसभा में निवास करता है तथा सामाजिक दृष्टिकोण से समाज में एक अलग स्थान भी रखता है। पूर्व मंत्री नौजवान है विरासत में राजनीति मिली है तथा बड़े-बड़े पदों पर बैठे मीडिया के साथियों से बात करना उनको अच्छा लगता है, शायद इसी वजह से स्थानीय मीडिया जो छोटे पत्रकार की श्रेणी में आते हैं, उनसे 10 साल व्यतीत हो जाने के उपरांत भी संपर्क साधने या प्रेस वार्ता करना उचित नहीं समझा और प्रेस वार्ता करे तो क्यों उनको समाचार से मतलब जो लगातार जिले से लगते आ रहे हैं। कुल मिलाकर फिर चुनाव नजदीक आ रहा है विगत 10 वर्षों की भाति इस बार भी शायद उन्हीं पद चिन्हों में चले, जिन पर लगातार चलते हुए स्थानीय मीडिया से उचित दूरी बनाए रखी है।
मोहम्मदी-खीरी। लोकसभा क्षेत्र का परसीमन हो जाने के बाद शाहजहांपुर लोकसभा सीट आरक्षित हो गई और शाहाबाद लोकसभा सीट खत्म करके धौराहरा लोकसभा सीट बनाई गई जिसमें जनपद लखीमपुर खीरी की तीन विधानसभा तथा 2 विधानसभा सीतापुर की जोड़ी गई। 2009 में धौरहरा लोकसभा क्षेत्र से पूर्व मंत्री जितिन प्रसाद ने चुनाव लड़ा और भारी मतों से जीत दर्ज की तथा उसके बाद 2014 में लोकसभा चुनाव लड़ा और चौथे नंबर पर आए। अभी लोकसभा 2019 के चुनाव की घोषणा होना बाकी है, सभी राजनीतिक दलों के लोग क्षेत्र में घूम-घूम कर अपनी-अपनी पार्टी का प्रचार-प्रसार करने में लगे हैं लेकिन 2009 से 2019 तक पूर्व मंत्री जितिन प्रसाद लगातार क्षेत्र में भ्रमण करते हैं परंतु दुर्भाग्य से स्थानीय मीडिया से कोई वास्ता नहीं रखना यह चर्चा का विषय बना हुआ है। लगातार 10 वर्षों से धौरहरा की हर विधानसभा में जाना, उसके उपरांत एक बार भी मोहम्मदी विधानसभा के किसी भी मीडिया से सीधी वार्ता या प्रेस वार्ता के माध्यम से संवाद करना उचित नहीं समझा, क्योंकि वह शायद जानते होंगे कि हमें समाचार लगवाना है तो जिले से सीधे संपर्क करो, वहीं उन्होंने लगातार इन 10 वर्षों से करते आ रहे हैं, लेकिन स्थानीय मीडिया भी सामाजिक कार्यों में जहां बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती है। वहीं उनका परिवार भी उसी विधानसभा में निवास करता है तथा सामाजिक दृष्टिकोण से समाज में एक अलग स्थान भी रखता है। पूर्व मंत्री नौजवान है विरासत में राजनीति मिली है तथा बड़े-बड़े पदों पर बैठे मीडिया के साथियों से बात करना उनको अच्छा लगता है, शायद इसी वजह से स्थानीय मीडिया जो छोटे पत्रकार की श्रेणी में आते हैं, उनसे 10 साल व्यतीत हो जाने के उपरांत भी संपर्क साधने या प्रेस वार्ता करना उचित नहीं समझा और प्रेस वार्ता करे तो क्यों उनको समाचार से मतलब जो लगातार जिले से लगते आ रहे हैं। कुल मिलाकर फिर चुनाव नजदीक आ रहा है विगत 10 वर्षों की भाति इस बार भी शायद उन्हीं पद चिन्हों में चले, जिन पर लगातार चलते हुए स्थानीय मीडिया से उचित दूरी बनाए रखी है।
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