Khushbu Miashra
लखनऊ। शहर के प्रतिष्ठित बद्री सराफ के मालिक सुधीर केसरवानी के बेटे अनुज केसरवानी (37) ने सीने में गोली मार कर खुदकुशी कर ली। महानगर स्थित सुधीर केसरवानी के बेटे अनुज केसरवानी शादी के ठीक एक साल बाद पत्नी से तलाक हो जाने से काफी डिप्रेशन में चल रहा था। 2015 में ही पत्नी ने अनुज को तलाक दिया था, जिसके चलते वह पिछले 2 सालों से वह अवसाद ग्रस्त थे। अनुज विकासनगर स्थित शोरूम में पिता के साथ कारोबार संभालता था। रविवार दोपहर करीब 1 बजे वह शोरूम से पिता की लाइसेंसी रिवॉल्वर और पुस्तैनी मकान की चाभी लेकर स्कूटी से निकला था देर रात तक घर नही पहंुचा तो घर वालो को चिंता हुई। भाई अभिषेक ने बताया कि उसे दोस्तों, रिश्तेदारों और करीबियों के घर ढूंढा गया, पर कुछ पता न चला। शोरूम में काम करने वाले नौकर कुशवाहा से पूछताछ पर पता चला कि दोपहर में शोरूम से जाते हुए अनुज ने उसे बुला कर कहा था कि अब जा रहा हूं। आज के बाद से नही दिखूंगा। यह सुनकर घरवालो के होश उड़ गए।इसी बीच मे जब शोरूम का ड्रॉल चेक किया तो शोरूम में लाइसेंसी रिवाल्वर और महानगर स्थित पुश्तैनी घर की चाभियां ना मिलने पर मां गीता और बाकी के परिवारजन पुश्तैनी मकान पहुँचे। वहाँ पोर्टिको में अनुज की स्कूटी देख मुख्य द्वार भीतर से बंद पाकर दूसरे गेट से अंदर घुसे और अनुज के कमरे का दरवाजा तोड़ा तो देखा कि अनुज खून से लथपथ अपने बेड के पास पड़ा था, और उसके शव के पास रिवॉल्वर पड़ी हुई थी। क्षेत्राधिकारी संतोष कुमार सिंह का कहना है कि अनुज ने दाये हाथ से सीने में दिल के पास गोली मारकर कर खुदकुशी की है। फोरेंसिक टीम ने इस बात की पुष्टि की है यह हादसा खुदकुशी है। पुलिस ने जब पुश्तैनी घर के पास रहने वाले लोगों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि रविवार को अपराह्न डेढ़ बजे से शाम 7 बजे तक करीब 6-7 बार आते जाते दिखा था फिर शाम 7 बजे के बाद उसे किसी ने नही देखा। पुलिस को अनुज के शव के पास से कोई सुसाइड नोट नही मिला है। जाँच अभी भी जारी है।
लखनऊ। शहर के प्रतिष्ठित बद्री सराफ के मालिक सुधीर केसरवानी के बेटे अनुज केसरवानी (37) ने सीने में गोली मार कर खुदकुशी कर ली। महानगर स्थित सुधीर केसरवानी के बेटे अनुज केसरवानी शादी के ठीक एक साल बाद पत्नी से तलाक हो जाने से काफी डिप्रेशन में चल रहा था। 2015 में ही पत्नी ने अनुज को तलाक दिया था, जिसके चलते वह पिछले 2 सालों से वह अवसाद ग्रस्त थे। अनुज विकासनगर स्थित शोरूम में पिता के साथ कारोबार संभालता था। रविवार दोपहर करीब 1 बजे वह शोरूम से पिता की लाइसेंसी रिवॉल्वर और पुस्तैनी मकान की चाभी लेकर स्कूटी से निकला था देर रात तक घर नही पहंुचा तो घर वालो को चिंता हुई। भाई अभिषेक ने बताया कि उसे दोस्तों, रिश्तेदारों और करीबियों के घर ढूंढा गया, पर कुछ पता न चला। शोरूम में काम करने वाले नौकर कुशवाहा से पूछताछ पर पता चला कि दोपहर में शोरूम से जाते हुए अनुज ने उसे बुला कर कहा था कि अब जा रहा हूं। आज के बाद से नही दिखूंगा। यह सुनकर घरवालो के होश उड़ गए।इसी बीच मे जब शोरूम का ड्रॉल चेक किया तो शोरूम में लाइसेंसी रिवाल्वर और महानगर स्थित पुश्तैनी घर की चाभियां ना मिलने पर मां गीता और बाकी के परिवारजन पुश्तैनी मकान पहुँचे। वहाँ पोर्टिको में अनुज की स्कूटी देख मुख्य द्वार भीतर से बंद पाकर दूसरे गेट से अंदर घुसे और अनुज के कमरे का दरवाजा तोड़ा तो देखा कि अनुज खून से लथपथ अपने बेड के पास पड़ा था, और उसके शव के पास रिवॉल्वर पड़ी हुई थी। क्षेत्राधिकारी संतोष कुमार सिंह का कहना है कि अनुज ने दाये हाथ से सीने में दिल के पास गोली मारकर कर खुदकुशी की है। फोरेंसिक टीम ने इस बात की पुष्टि की है यह हादसा खुदकुशी है। पुलिस ने जब पुश्तैनी घर के पास रहने वाले लोगों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि रविवार को अपराह्न डेढ़ बजे से शाम 7 बजे तक करीब 6-7 बार आते जाते दिखा था फिर शाम 7 बजे के बाद उसे किसी ने नही देखा। पुलिस को अनुज के शव के पास से कोई सुसाइड नोट नही मिला है। जाँच अभी भी जारी है।
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