Friday, February 8, 2019

दम तोड़ रहे तीसहजारी गांव के गलियारे

रोड से नही दलदल से गुज़रते है चंद्रपुर वासिंदे

विनय सिन्हाल / प्रदीप शर्मा 
बरेली। मीरगंज विधानसभा के गांव चंद्रपुर जोगियांन के लोगों इस दलदल से गुजरने को मजबूर है। इसके अलावा और कोई दूसरा मार्ग ना होने के कारण यहां के लोगों को  इसी रास्ते से गुजर ना  पड़ता है क्योंकि यहाँ चलने के लिए सड़क नही वल्कि कच्चे टूटे पड़े खड़ंजे है जोकि हल्की सी बारिश होने पर ही दलदल के अखाड़ों में बदल जाते है।
बताते चले कि यह रास्ता कोई आम रास्ता नही वल्कि दर्जनों गांवों को जोड़ने का एक मुख्य मार्ग है। इस रास्ते से होकर चंद्रपुर जोगियान, चन्दपुर काजियान, जोगीठेर, ऐना, रूपपुर, माधोपुर, सीतापुर , गौतारा, मुर्शिदावाद, मीरापुर आदि गॉवो को का मुख्य मार्ग है जिससे रोजना तकरीबन 30 हजार लोगों का आवागमन होता है। गांव की जनता व छात्र, छात्राए शहर स्कूल जाने से ये दुआ करते कि आज बारिश ना हो हल्की सी बूंदाबांदी ही यहाँ के लोगों को परेशान कर देती है। जरा सी वारिश मे ही यह मेन रास्ता स्मार्ट सिटी मे चयनित शहर वरेली की स्वच्छता को चार चांद लगाने का एक ट्रेलर है। यही वह रास्ता है जो बरेली महानगर से जुड़ा है।इतने पर भी ना जाने क्यों स्मार्ट सिटी से बाहर है।
दिलचस्प बात तो यह है कि चन्र्दपुर गांव एक नही वल्कि तीन तीन विधानसभा का हिसा होने के वाबजूद दलदल का अखाड़ा बना हुआ है यहाँ के वाशिन्दों का कहना है कि ना कभी यहां विधान सभा मेंबर ने कभी आकर देखा और ना ही यहां कभी प्रधान ने विकास कराने की सोची है स्कूल के बच्चों को बारिश के समय में टीचर बड़े दलदल से होकर गुजरना पड़ता है तो वही दुकानदारों और व्यापारियों को टूटे पड़े खरंजा गलियों नालियों कि कीचड़ से होकर गुजरना पड़ता है।

No comments:

Post a Comment

Please share your views

युवाओं को समाज और देश की उन्नति के लिए कार्य करना चाहिए : प्रो. सुधीर अवस्थी कानपुर। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्...