- ‘‘ज्ञान यज्ञ युग धर्म है। ... उमानंद शर्मा
जनमाध्यम ब्यूरो
लखनऊ। गायत्री ज्ञान मंदिर इंदिरा नगर, लखनऊ के विचार क्रान्ति ज्ञान यज्ञ अभियान के अन्तर्गत एस.के.डी. एकेडिमी वृन्दावन योजना लखनऊ के केन्दीय पुस्तकालय में गायत्री परिवार के संस्थापक युगऋषि पं0 श्री राम शर्मा आचार्य द्वारा रचित सम्पूर्ण 78 खण्डों का वांड़मय साहित्य की स्थापित किया गया। उपरोक्त यह वाङ्मय साहित्य गायत्री परिवार रचनात्मक ट्रस्ट, गायत्री ज्ञान मंदिर इन्दिरा नगर के सक्रिय कार्यकर्ता श्री हरिश्चन्द्र यादव ने अपनी पूज्य पिताजी स्व0 तिलकधारी यादव की स्मृति में संस्थान के पुस्तकालय में भेंट किया। श्री उमानन्द शर्मा ने सभी छात्र-छात्राओं को युग निर्माण पत्रिका एवं शिक्षक/शिक्षिकाओं को अखण्ड ज्योति पत्रिका भेंट की। इस अवसर पर वाङ्मय स्थापना अभियान के मुख्य संयोजक उमानंद शर्मा वाङ्मय साहित्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मानवीय मूल्य व्यावसायिक नैतिकता की शिक्षा को ऋषि साहित्य प्रदान करता है। ज्ञान यज्ञ युग धर्म इसमें सभी को भागीदारी करने का प्रयास करना चाहिए। डॉ. नरेन्द्र देव ने विचार रखते हुए निरोगी जीवन के जीने के सूत्र उपस्थित लोगों को दिया, श्री के.के. भरद्वाज उपजोन प्रभारी गायत्री परिवार लखनऊ ने ज्ञान यज्ञ के विषय पर ऋषि संदेश दिया। संस्था के निदेशक श्री मनीष सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
इस अवसर पर वाङ्मय स्थापना अभियान के मुख्य संयोजक उमानंद शर्मा, डॉ. नरेन्द्र देव, श्री के0के0 भारद्वाज उपजोन प्रभारी लखनऊ, श्री मनोज त्रिपाठी चेयरमैन जी0एस0टी0 ग्लोवल स्कूल रायबरेली, श्री अनिल भटनागर, हरीशचन्द्र यादव संस्थान के निदेशक मनीष सिंह, निशा सिंह प्रधानाचार्य, समस्त शिक्षक-शिक्षिका सहित अन्य संकाय सदस्य एवं छात्र-छात्रायें मौजूद थे।
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