Thursday, April 18, 2019

आर्यकुल में हुआ इंडियन एजुकेशन फेस्टिवल, मतदान गीत के साथ हुआ नुक्कड़ नाटक

लखनऊ। आर्यकुल कॉलेज ऑफ़ मैनेजमेंट द्वारा सेंटर फॉर एजुकेशन ग्रोथ ऐंड रिसर्च (सीईजीआर) आर्यकुल कालेज आफ फार्मेसी एण्ड रिसर्च तथा आर्यकुल कालेज आफ एजुकेशन के सहयोग से इंडियन एजुकेशन फेस्टिवल का आयोजन आर्यकुल ग्रुप ऑफ़ कॉलेज के ऑडिटोरियम में किया गया। इस इंडियन एजुकेशन फेस्टिवल का विषय 21 वीं सदी में कौशल की आवश्यकता’ था। इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि प्रख्यात वैज्ञानिक प्रो0 भरत राज सिंह मुख्य वक्ता के रूप में और मुख्य अतिथि चन्दन पटेल, एस.डी.एम., सरोजनी नगर लखनऊ थे। इस कार्यक्रम की शुरुआत मॉं सरस्वती की आराधना एवं दीप प्रज्जवलन के साथ की गई।
आर्यकुल के निदेशक सशक्त सिंह ने अतिथिगणों का स्वागत करते हुए कहा कि आर्यकुल क्वालिटी एजुकेशन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता हेतु सीईजीआर के साथ इस अभियान का हिस्सा बना हुआ है। ये सरल शब्दों में कौशल को व्यक्तित्व से जोड़ने का कार्य करते है। साथ ही उन्होंने आर्यकुल को भविष्य में भी इस अभियान का हिस्सा बने रहने एवं समाज में शिक्षा और कौशल की गुणवत्ता पर लोगो को जागरूक करने के प्रयास का हिस्सा बनने के प्रति आर्यकुल की प्रतिबद्वता जतायी।
सीईजीआर की तरफ से इंडियन एजुकेशन फेस्टिवल का आयोजन आज के दिन देशभर के अग्रणी 100 से ज्यादा शिक्षण संस्थानो में हुआ।  प्रो0 भरत राज सिंह ने अपने सम्बोधन में 21 वीं सदी में कौशल की आवश्यकता पर प्रकाश डाला. साथ ही उन्होंने बताया कि हर स्तर पर कुछ न कुछ सीखना ही हमारे कौशल को बढ़ाने का कार्य करता है। प्रो0 भरत राज सिंह ने अपने सम्बोधन का समापन ‘सीईजीआर इंडियन एजुकेशन फेस्टिवल‘ की शपथ ग्रहण के साथ किया । कार्यक्रम के दूसरे खंड में, आर्यकुल कॉलेज द्वारा संयोजित ’मतदाता जागरूकता अभियान’ के गीत का मुख्य अतिथि चन्दन पटेल, सशक्त सिंह, प्रो0 सुदेश कुमार तिवारी तथा डा0 रविकान्त तिवारी द्वारा विमोचन कराया गया। गीत की रचना डॉ. अनिल त्रिपाठी, संगीत शिक्षक आर्यकुल ग्रुप ऑफ कालेज ने की है तथा स्वर छात्रा सौम्या, बी0काम, सना अंसार, बी0फार्म एवं डॉं. अनिल त्रिपाठी के है। एसडीएम, चंदन पटेल ने कहा, “जैसे हम भारतीय शिक्षा त्यौहार मना रहे हैं, उसी तरह हम भी एक चुनाव के रूप में लोभसभा की चुनावी प्रक्रिया का त्योहार मना रहे हैं। प्रत्येक त्यौहार के कुछ मूल्यों का पालन किया जाता है। इसी तरह इस चुनावी त्यौहार का मकसद समावेशी मतदान है और इसका मतलब नैतिक मतदान है जिसका अर्थ है कि हमें बिना किसी रिश्वत के या कोई गलत तरीके का उपयोग न करके नैतिक साधनों पर मतदान करना चाहिए। ऐसा कोई मतदाता नहीं होना चाहिए जो मतदान देने से वंचित रह गया हो।
इस अवसर पर आर्यकुल कालेज आफ एजुकेशन के पत्रकारिता एवं जन संचार विभाग के विधाथियों द्वारा नुक्कड़ नाटक के जरिए मतदाता जागरूकता अभियान की एक झलक प्रस्तुत की गई, जिसका उद्देश्य था कि इस वर्ष मतदान में कोई भी 18 साल से ऊपर का मतदाता न छूटे और हर मतदाता अपने मत की ताकत को पहचाने। इस नुक्कड़ नाटक पर निदेशक सशक्त सिंह ने कहा कि आज के युवाओ को मतदान के जरिये भारत का भविष्य निर्धारित करने का मौका मिला है और उम्मीद जाहिर की है कि विद्यालय का यह नाट्य प्रस्तुति एवं गीत निश्चित ही मतदान प्रतिशत बढनो में सहयोग करेगी। मंच का संचालन आर्यकुल की मैनेजमेन्ट विभाग की श्रीमती पूजा पाठक ने किया। इस इवेंट में आर्यकुल के उप.निदेशक आदित्य सिंह, अब्दुल रब खान, विभागाध्यक्ष बाल कृष्ण सिंह, प्रणव पाण्डे, डा0 अजय शुक्ला तथा अन्य उपस्थित रहें। 

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