- परिजनों को वृद्धजनों की पीड़ा महसूस करने की जरूरत: राम नाइक
- अच्छे संस्कार से बदली जा सकती है वृद्धजन दुर्व्यवहार की स्थिति: मौलाना यासूब अब्बास
लखनऊ। शिया पीजी कालेज और गाइड समाज कल्याण संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में आज अन्तर्राष्ट्रीय वृद्धजन दुर्व्यवहार जागरूकता दिवस का आयोजन किया गया, जिसमें बुजुर्गों के साथ हो रहे दुव्र्यवहार चिंता व्यक्त करने के साथ भविष्य में इस स्थिति को बदलने के लिए संकल्प लिया गया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री राम नाइक, राज्यपाल, उत्तर प्रदेश ने कहा कि परिजनों को अपने वृद्धजनों से संबंधों को सहेजने की जरूरत है। बढ़ती उम्र में वृद्धजनों की पीड़ा को समझें और उसके अनुसार व्यवहार करें। बुजुर्गों से प्रेम और आदर से पेश आयें, वे केवल दया के पात्र नहीं होते बल्कि उनका जीवन हमारे लिये प्रेरणा पुंज के समान होता है। श्री नाईक ने कहा कि बच्चे पढ़ लिखकर नौकरी के लिये दूर जाते हैं, जिससे माँ-बाप से भी दूरी हो जाती है। दोनों एक दूसरे को समझे केवल पैसे से दायित्व पूरा नहीं होता, आपसी भावनात्मक बन्धन जरूरी है। बुजुर्गों को खुशी बच्चों के प्यार और सम्मान से मिलती है। हर व्यक्ति की अपनी समस्या है और समस्या का हल निकालना ही समस्या का अन्त है। जो समस्या का हल निकालता है वही सफल होता है। उन्होंने कहा कि दुखी होने से नहीं बल्कि सकारात्मक विचार ही से समाधान निकलता है। अपनी पुस्तक ‘चरैवेति चरैवेति’ का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि चलने का ही नाम जिन्दगी है और इसे जीवन में उतार लिया जाये तो समस्याएं आकर भी खुद-ब-खुद वापस चली जाएंगी। राज्यपाल महोदय ने इस अवसर पर बुजुर्गों का आदर और सम्मान करने के लिए सभी को शपथ भी दिलायी।
आॅल इंडिया शिया पर्सनल लाॅ बोर्ड के प्रवक्ता मौलाना यासूब अब्बास ने इस अवसर पर हजरत अली (अ.स.) के संदेश का हवाला देते हुए कहा हम जैसा संस्कार अगली पीढ़ी को देंगे, वैसा ही बर्ताव हमारे साथ होना है। वृद्धजनों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार में कहीं न कहीं हम सभी शामिल हैं। यदि हम अपनी नई पीढ़ी को अच्छे संस्कार और नैतिकता का पाठ पढ़ाते तो आज ऐसी स्थिति पर चर्चा करने की जरूरत ही नहीं पड़ती।
पूर्व लोकायुक्त न्यायमूर्ति सुधीर चन्द्र वर्मा ने अच्छी तालीम और संस्कार से इस समस्या को जड़ से समाप्त किये जाने की वकालत की। न्यायमूर्ति कमलेश्वर नाथ, संरक्षक गाइड समाज कल्याण संस्थान ने कहा कि हमें आत्मनिर्भर होने की जरूरत है। हर समस्या का समाधान प्रेम में निहित हैं। आपस में प्रेमभाव के वातावरण से आने वाली किसी भी अप्रिय स्थिति से बचा जा सकता है। बैंक आॅफ बड़ौदा के महाप्रबंधक डाॅ. रामजस यादव ने इस समस्या का समाधान एबीसी के माध्यम से बताया। उन्होंने कहा कि हम एटीट्यूड, व्यवहार और संबंधों के आधार पर आपस में मधुर वातावरण सृजित कर सकते हैं।
कार्यक्रम का संचालन गाइड समाज कल्याण की प्रबंध निदेशक इंदु सुभाष और शिया कालेज के डाॅ. सरवत तकी ने किया। इस अवसर पर शिया कालेज बोर्ड आॅफ ट्रस्टीज के अध्यक्ष प्रो. अजीज हैदर, शिया कालेज के प्रबंधक एस. अब्बास मुर्तजा शम्सी, प्राचार्य प्रो. तलअत हुसैन नकवी समेत कालेज व गाइड संस्थान के पदाधिकारी, शिक्षक, छात्र व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
No comments:
Post a Comment
Please share your views