नानपारा ( बहराइच): बुधवार को नगर के मुहल्ला निम्बियाशाह, मोहम्मदपुर स्थित मदरसा रशीदिया दारुरिशाद में कमर फाउंडेशन उत्तर प्रदेश के तत्वावधान में शहीद ऊधम सिंह की पुण्यतिथि के मौके पर राष्ट्रीय एकता सम्मेलन एंव देशभक्त गायन और वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन धूमधाम पूर्वक सम्पन्न हुआ। इस जलसे में 300 से अधिक लोगों ने शिरकत की।
प्राप्त खबर के मुताबिक इस अवसर पर समारोह को सम्बोधित करते हुये मौलाना मुफ्ती मोहम्मद नफीस कासमी ने कहा कि आज के दौर मे हम सभी की यह जिम्मेदारी बनती है कि हम आपसी एकता और भाईचारगी को कायम रखें और किसी भी उकसावे मे न आयें। शिक्षा व इंसानियत को उन्होंने उज्ज्वल भविष्य का रास्ता बताते हुए मुसलमानों से अपील की कि वे सोशल मीडिया पर फैलाई जाने वाली अफवाहों के बहकावे मे ना आये । मौलाना मेराज अहमद कमर ने अपने संबोधन में कहा कि हिंदू-मुस्लिम-सिख-इसाई सब ने मिलकर आजादी की लड़ाई लड़ी थी और विभाजन की त्रासदी भी सबने साथ-साथ झेली है। आज जब दुश्मन देश घात लगाए बैठा है ऐसे मे हम सबको एकजुट होकर उसका मुकाबला करना होगा। समारोह मे मोहम्मद इकबाल इदरीसी, बदरुद्दीन, सबाना, रहीमुद्दीन, सायरा बानो, नजा बानो, मो. अनस, फरहाद, अबू हुजैफा, मो. ओवैस, मोहम्मद सिराज आदि ने अपने अपने देशभक्ति के गीतों/वक्तव्यों को प्रस्तुत करके महफिल को मंत्रमुग्ध कर दिया।
समारोह मे देशभक्त के गीतों मे प्रथम स्थान पाने वाले मोहम्मद रहीमुद्दीन ने निराले अंदाज मे "तिरंगा जिंदाबाद" गीत सुनाकर समा बाँध दिया। समारोह मे हाजी वशीर राईन, मौलाना मेराज ने अपने सम्बोधन मे कहा कि हमारा देश तरक्की की ओर बढ़ रहा है।कुछ शक्तियां हमारे देश को नुकसान पहुंचाने मे लगी है। हम सभी को राष्ट्र मे सौहार्द, भाईचारा एंव सदभावना का माहौल कायम सक्रियता से जुटना चाहिए। समारोह का संचालन करते हुये कलामुद्दीन ने देश की आजादी का बर्णन किया।
प्राप्त खबर के मुताबिक इस अवसर पर समारोह को सम्बोधित करते हुये मौलाना मुफ्ती मोहम्मद नफीस कासमी ने कहा कि आज के दौर मे हम सभी की यह जिम्मेदारी बनती है कि हम आपसी एकता और भाईचारगी को कायम रखें और किसी भी उकसावे मे न आयें। शिक्षा व इंसानियत को उन्होंने उज्ज्वल भविष्य का रास्ता बताते हुए मुसलमानों से अपील की कि वे सोशल मीडिया पर फैलाई जाने वाली अफवाहों के बहकावे मे ना आये । मौलाना मेराज अहमद कमर ने अपने संबोधन में कहा कि हिंदू-मुस्लिम-सिख-इसाई सब ने मिलकर आजादी की लड़ाई लड़ी थी और विभाजन की त्रासदी भी सबने साथ-साथ झेली है। आज जब दुश्मन देश घात लगाए बैठा है ऐसे मे हम सबको एकजुट होकर उसका मुकाबला करना होगा। समारोह मे मोहम्मद इकबाल इदरीसी, बदरुद्दीन, सबाना, रहीमुद्दीन, सायरा बानो, नजा बानो, मो. अनस, फरहाद, अबू हुजैफा, मो. ओवैस, मोहम्मद सिराज आदि ने अपने अपने देशभक्ति के गीतों/वक्तव्यों को प्रस्तुत करके महफिल को मंत्रमुग्ध कर दिया।
समारोह मे देशभक्त के गीतों मे प्रथम स्थान पाने वाले मोहम्मद रहीमुद्दीन ने निराले अंदाज मे "तिरंगा जिंदाबाद" गीत सुनाकर समा बाँध दिया। समारोह मे हाजी वशीर राईन, मौलाना मेराज ने अपने सम्बोधन मे कहा कि हमारा देश तरक्की की ओर बढ़ रहा है।कुछ शक्तियां हमारे देश को नुकसान पहुंचाने मे लगी है। हम सभी को राष्ट्र मे सौहार्द, भाईचारा एंव सदभावना का माहौल कायम सक्रियता से जुटना चाहिए। समारोह का संचालन करते हुये कलामुद्दीन ने देश की आजादी का बर्णन किया।
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