- टीम भावना से काम करने की प्रेरणा देता है खेलः सैयद किरमानी
- कालेज में अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं से सुसज्जित करने का संकल्प: मौलाना यासूब अब्बास
- उद्घाटन मैच में शिया कालेज ने विद्यांत कालेज को 6 विकेट से हराया
लखनऊ। शिया पीजी कालेज के 100 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आज खतीब-ए-अकबर मौलाना मिर्जा मोहम्मद अतहर इंटरकालेजिएट क्रिकेट टुर्नामेंट की शुरूआत की गई। टुर्नामेंट का उद्घाटन 1983 में विश्व कप विजेता टीम के विकेटकीपर क्रिकेटर रहे सैयद एम.एच. किरमानी ने फीता काटकर किया।
मुख्य अतिथि सैयद किरमानी फीता काटकर और खिलाड़ियों के परिचय के साथ खेल का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहाकि खेल हमें भाईचारे की भावना सिखाने के साथ ‘‘मै’’ को ‘‘हम’’ में बदलने का कार्य करता है। खेल से हमें टीम वर्क में कार्य करने की प्रेरणा मिलती है। क्रिकेट एक ऐसा खेल है, जिसमें प्रतिद्वंदी टीम के अच्छे प्रदर्शन पर भी तारीफ की जाती है। वेटरन क्रिकेटर श्री किरमानी ने शिया कालेज में शिक्षा और खेल को बढ़ावा देने के किये जा रहे प्रयासों के लिए कालेज प्रबंधन की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि शिया कालेज ने अपने 100 साल के सफर में बहुमुखी प्रतिभाओं को निखारने का कार्य किया है। खतीब-ए-अकबर मौलाना मिर्जा मोहम्मद अतहर साहब भी क्रिकेट के बड़े प्रशंसकों में थे। हमेंशा उनके जीवन से हमें शिक्षा और खेल को साथ-साथ आगे बढ़ाने की प्ररेणा मिलती रही।
मजलिसे उलेमा के सिक्रेटरी मौलाना यासूब अब्बास ने कहाकि शिया कालेज ने हमेशा प्रतिभाओं को मौका देने का कार्य किया है। इसके लिए कभी संसाधनों की कमी आड़े नहीं आने दी जायेगी। शिक्षा के साथ-साथ खेल के लिए अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं से कालेज को सुसज्जित करना ही हमारा मुख्य उद्देश्य है।
मजलिसे उलेमा के सिक्रेटरी मौलाना यासूब अब्बास ने कहाकि शिया कालेज ने हमेशा प्रतिभाओं को मौका देने का कार्य किया है। इसके लिए कभी संसाधनों की कमी आड़े नहीं आने दी जायेगी। शिक्षा के साथ-साथ खेल के लिए अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं से कालेज को सुसज्जित करना ही हमारा मुख्य उद्देश्य है।
मैच की शुरूआत सैयद किरमानी ने सफेद कबूतर और गुब्बारे को उड़ाकर किया। उन्होंने पिच के बीच दोनों टीमों के खिलाड़ियों का परिचय लेते हुए उनसे टीम और खेल भावना का प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित किया। उद्घाटन मैच में विद्यांत कालेज की टीम ने टाॅस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। 20-20 ओवर के इस मैच में विद्यांत कालेज की टीम ने काफी लचर प्रदर्शन किया। मात्र दो बल्लेबाज विशाल भारद्वाज और कप्तान विशाल लांबा ही दहाई के स्कोर को छू पाये। सर्वाधिक 22 रन विशाल भारद्वाज ने बनाया। विशाल लांबा ने 19 रन की पारी खेली। इस तरह पूरी टीम मात्र 16.2 ओवर में 62 रन ही बना सकी। शिया कालेज की शाद खान और सैयद मुर्तुजा ने तीन-तीन विकेट चटकाये।
जवाब में उतरी शिया कालेज की टीम ने निखिल सिंह के 21 और शाद खान के ताबड़तोड़ 18 रनों की बदौलत महज 10 ओवरों में ही मैच चार विकेट खोकर मैच जीत लिया। शाद खान के बल्लेबाजी और गेंदबाजी में हरफनमौला प्रदर्शन के लिए मैन आॅफ द मैच चुना गया।
दिन के दूसरे सत्र में लखनऊ विश्वविद्यालय और जेएनपीजी कालेज के बीच मैच खेला गया, जिसमें जेएनपीजी कालेज ने 111 रन से मैच जीत लिया। जेएनपीजी ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में 170 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया, जिसके जवाब में लखनऊ विवि की पूरी टीम मात्र 13.1 ओवर में 59 रन बनाकर ढेर हो गयी। जेएनपीजी कालेज के जीवेश नंदन त्रिपाठी को मैन आॅफ द मैच चुना गया।
कायक्रम में शिया कालेज बोर्ड आफ ट्रस्टीज के अध्यक्ष प्रो. अज़ीज हैदर, वाइस प्रेसीडेंट चैधरी शरीफुल हसन जैदी, सैयद अब्बास मुर्तुजा शम्सी प्रबंधक शिया कालेज, डाॅ. तलअत हुसैन नकवी प्राचार्य शिया कालेज, डाॅ एमएम अबु तैयब निदेशक सेल्फ फाइनेंस, श्री एम.एम रिजवान, डाॅ. शमी तकवी, श्री अजहर रिजवी, डाॅ. इशरत हुसैन, डाॅ. एस.एम. हसनैन, श्री इमरान मिर्जा, मोहम्मद एबाद पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष, पूर्व रणजी क्रिकेटर अर्शी रजा, मौलाना एजाज अतहर, मिर्जा मोहम्मद फिरोज अब्बास, डाॅ. टी.एस. नकवी, डाॅ. सरवत तकी, डाॅ. जमाल, डाॅ. सरताज शब्बर रिजवी, डाॅ. परवेज मसीह, डाॅ. सैयद सादिक हुसैन आबिदी, डाॅ. ऐमन रजा, डाॅ. आसिफ रिजवी, खेल निदेशक डाॅ. जय सिंह समेत कालेज के शिक्षकगण, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों, छात्रों और अन्य क्रिकेटप्रेमियों ने शिरकत की।
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