कोतवाली पुलिस ने जो चाहा, मां-बेटी ने वही कहा
लखीमपुर खीरी। कोतवाली सदर लखीमपुर से सम्बद्ध ग्राम भटपुरवा निवासनी १२ वर्षीय नंदनी (बदला हुआ नाम) जब गन्ने के खेत में घास काटने गयी थी तभी बहसी दरिंदे ने बलात्कार करके रक्त से लथपथ कर दिया था। घबराई नंदिनी ने घर जाकर आप बीती सुनाई थी। ग्रामीणों ने नंदिनी को जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया था। तबसे नंदिनी निरंतर कह रही थी कि मैंने बलात्कारी को न देखा और न पहचान पायीहै। इस सम्बन्ध में अस्पताल में भर्ती नंदिनी के कई बीडियो भी वायरल हो रहे हैं जिसमें वह कहती देखी जा रही हैै कि मैं बलात्कारी को पहचान नहीं पाई हूं। परन्तु घटना के छठे दिन कोतवाली पुलिस नंदिनी व उसकी मां को अस्पताल से कोतवाली ले गयीे। जहां पहले से ही बैठे बब्लू को कोतवाली पुलिस ने बताया कि इसी ने तुम्हारी बेटी के साथ दुराचार किया है। जहां नंदिनी ने कहा कि ये मेरे गांव के हैं, इन्होंने मेरे साथ कुछ नहीं किया है। कोतवाली पुलिस की हनक व कोतवाली पुलिस की धमक के बाद जो पुलिस चाहती थी ,मजबूरन मां बेटी ने कहना शुरू कर दिया और बबलू को ३७६ जैसी धारा व पोस्को जैसी मौत को गले लगाने वाली धारा में जेल भेज दिया। नंदिनी के पूरे प्रकरण से पूरे क्षेत्र में दहशत व्याप्त है। हर ग्रामीण अपने को असुरक्षित महसूस कर रहा है।
No comments:
Post a Comment
Please share your views