डाक्टर अखलाक अहमद खां
लखीमपुर खीरी। पूरे जिले में हो रहे ताबड़तोड़ अपराधों से आम नागरिक भयभीत है। आज प्रातः कोतवाली सदर क्षेत्र से संबद्ध पुलिस चौकी महेवागंज के ग्राम बनवारीपुर के चौराहे पर दिन दहाड़े भोर करीब १० बजे गाड़ी खरीदने के बहाने बुलाकर मोहम्मद जमीर उर्फ राजा निवासी मोहल्ला हिदायत नगर शिया मशिजद के निकट कोतवाली सदर, को गोली से उड़ा दिया।राजा की मौके पर ही मौत हो गई। गोली काण्ड से पूरे क्षेत्र में भगदड़ मच गई और दुकानें बंद करके दुकानदार भाग गये। घटना की सूचना पर कोतवाली पुलिस घटना स्थल पर पहुंच कर शव को जिला अस्पताल लखीमपुर पहुंचाया । जहां समाचार लिखे जाने के समय राजा के शव का एक्स-रे किया जा रहा था,ताकि राजा के शरीर में गोली कहां फंसी है का पता लगाया जा सके। बताते हैं जिले की पूर्व मुखिया आईपीएस अधिकारी श्रीमती पूनम ने अपने २० माह के कार्यकाल में कानून व्यवस्था चौपट कर दी थी। सभी थानों व चौकियों की पुलिस बेलगाम थी। थानों व चौकियों की पुलिस द्वारा धन उगाही की जा रही थी। स्वयं श्रीमती पूनम पत्रकारों को जेल भेजने की धमकी देतीं थीं। विरासत में मिली चरमराई कानून व्यवस्था को नवांगत पुलिस मुखिया दिन रात मेहनत के बाद भी पटरी पर नहीं ला पाए हैं। कोतवाली सदर व उससे संबंध सभी चौकियों की पुलिस ने अंधाधुंध कमायी की है। सभी के सम्पत्तियों की जांच होनी चाहिए। मजे की बात तो यह है कि राजा की मृत्यु से पहले शुभम व चंदा के गुटों में जमकर चले लाठी, डंडों व गोलियों के बीच हुई मारपीट में दोनों गुट लहूलुहान हो गये थे। कोतवाली पुलिस ने कोतवाली पुलिस ने दोनों गुटों का डाक्टरी परीक्षण कराने के उपरान्त ३२३ जैसी मामूली धाराओं में एनसीआर दर्ज करके चर्चा है मोटा धन उगाही कर लिया था। दूसरे दिन मामला तूल पकड़तेे ही जेल चौकी प्रभारी ने दोनों गुटों को धारा १५१ में प्रति बन्धित करके अपनी जान बचा ली थी।इन दोनों गुटों में सुलह व समझौता कराने में जुटा हुआ था। समाचार लिखे जाने के समय तक कोतवाली सदर में इस सम्बन्ध में कोई मुकदमा पंजीकृत नहीं किया गया था।
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