Friday, August 28, 2020

खीरी पहुंचे कमिश्नर, एकीकृत कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का किया निरीक्षण

प्रशासन ऐसी रणनीति बनाए, ताकि कोई भी संदिग्ध ना रहे टेस्टिंग से वंचित - नोडल अधिकारी



डाक्टर अखलाक अहमद खां

लखीमपुर खीरी। शुक्रवार को जिले के नोडल अधिकारी मंडला आयुक्त लखनऊ मंडल लखनऊ मुकेश कुमार मेश्राम अवनी निर्धारित भ्रमण कार्यक्रम के अनुसार जनपद लखीमपुर खीरी पहुंचे। जहां कलेक्ट्रेट स्थित  पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह एसपी सतेंद्र कुमार एवं सीडीओ अरविंद सिंह ने उनके जनपद आगमन पर उनका स्वागत किया। सर्वप्रथम नोडल अधिकारी ने एकीकृत कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर पहुंचे। जहां उन्होंने परिसर में स्थापित कोविड हेल्प डेस्क पर मौजूद कर्मचारी से अपना ऑक्सीजन लेवल एवं तापमान कराया। उन्होंने मौजूद कर्मचारी को निर्देश दिए कि हर आने जाने वाले का तापमान एवं ऑक्सीजन लेबल चेक कर उसे पंजिका में अनुरक्षित किया जाए। इसके उपरांत कांटेक्ट ट्रेसिंग कर रही टीम से ट्रेसिंग गतिविधियों के बारे में पूछताछ की आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस दौरान डीएम ने एकीकृत कोविड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर किस प्रकार से काम करता है, इसकी बिंदुवार जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कल तक की पॉजिटिव रिपोर्ट की शत प्रतिशत कांटेक्ट ट्रेसिंग कर ली गई है। निरीक्षण के दौरान कमिश्नर ने कहा कि होम आइसोलेशन वालों की चेकिंग हेतु नगर निकाय के कर्मचारी एवं बीट कांस्टेबल की भी ड्यूटी लगाई जाए, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि वह होम आइसोलेशन के प्रोटोकाल को फॉलो कर रहा है अथवा नहीं। उन्होंने कहा कि फील्ड में सर्विलांस टीमों को एक्टिवेट किया जाए।

नोडल अधिकारी ने निर्देश दिए कि हॉट स्पॉट इलाकों में दो दिन में अनिवार्य रूप से एक बार चार प्रकार के लोगों यथा 10 आयु वर्ग से नीचे, 60 साल के ऊपर के आयु वर्ग, गर्भवती महिलाएं एवं कोमोरबिडिटी (कई साध्य रोगों से ग्रसित व्यक्तियों) का ऑक्सीजन लेवल एवं तापमान लेकर रजिस्टर में अनिवार्य रूप से अनुरछित किया जाए। और समय-समय पर इसकी क्रास चेकिंग कराई जाए। क्रॉस चेकिंग हेतु ब्लॉक स्तर पर प्रथक से नोडल अधिकारी भी नामित किया जाए। वही होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों की निगरानी करने वाली टीम से वह किस प्रकार से निगरानी करते है, के संबंध में  जानकारी हासिल की।इसके उपरांत नोडल अधिकारी ने एकीकृत कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में डीएम, सीडीओ, सीएमओ सहित सभी चिकित्सा अधिकारियों के साथ बैठक की और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। सीएमओ ने कोविड के विभिन्न पहलुओ पर पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से अपना प्रस्तुतीकरण दिया। इस दौरान उन्होंने ज़िले के पॉजिटिविटी रेट, प्रभावित आयु वर्ग, ट्रेसिंग के प्रकार एवं उसकी अद्यतन स्थिति सहित अब तक किए गए टेस्टिंग, सारी एवं आई एल आई की टेस्टिंग, साप्ताहिक रिपोर्टेड केसेस, कोविड-19 मृत्यु दर सहित मृत्यु का कारण के विषय में विस्तार से जानकारी दी।

डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह ने कोविड केयर सेंटर जंगसड में एडमिट संक्रमित मरीजों हेतु अब तक क्या-क्या व्यवस्थाएं के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। डीएम ने बताया कि केयर सेंटर में गर्म पानी एवं स्वच्छ पेयजल की समुचित उपलब्धता हेतु पर्याप्त मात्रा में मशीनें लगाई गई हैं, वही आईसीयू में एसी भी लगवाए गए।नोडल अधिकारी ने कहा कि क्लस्टर में अभियान चलाकर सैंपलिग कराई जाए। उन्होंने उपस्थित सभी एडिशनल सीएमओ से अपने सम्मुख कोविड से संबंधित पोर्टल खुलवाए। उन्होंने निर्देश दिया कि प्रत्येक चिकित्सा अधिकारी अपने फोन में प्रतिदिन पोर्टल लॉगिन करें। उन्होंने एसीएमओ वार उनके कार्य दायित्वों के संबंध में विस्तार से जानकारी हासिल की। उन्होंने कहा कि शनिवार एवं रविवार को सख्ती से बंदी सुनिश्चित कराई जाए। उन्होंने कहा कि कंटेनमेंट एवं नान कंटेनमेंट एरियाज में निरंतर आशा-एएनएम-आंगनबाड़ी के माध्यम से मेडिकल स्क्रीनिंग एवं सर्वे कराया जाए। उन्होंने कहा कि प्राइवेट चिकित्सालयों से डेली टाईअप करते हुए कोविड लक्षण वालों को चिन्हित करते हुए उनकी अनिवार्य रूप से टेस्टिंग कराई जाए। उन्होंने कहा कि टेस्टिंग की ऐसी रणनीति बनाई जाए कि संक्रमित व्यक्ति के प्राइमरी,हाई रिस्क, लो रिस्क के सभी कांटेक्ट की अनिवार्य रूप से टेस्टिंग हो सके।

उन्होंने बताया कि प्राइमरी एवं सेकेंडरी व्यक्तियों की टेस्टिंग कराने के साथ-साथ एक सप्ताह के लिए प्राइमरी कांटेक्ट को आइसोलेट एवं सेकेंडरी कांटेक्ट क्वॉरेंटाइन करवाया जाए।

नोडल अधिकारी ने डीएम को निर्देश दिया कि जनपद में इस बात का प्रचार-प्रसार कराया जाए मास्क क्यों लगाया जाए, किस चीज का लगाया जाए। आपस में दूरी क्यों बनाई जाए। साबुन से हाथ बार-बार क्यों धोए जाएं। बुखार एवं अन्य लक्षण दिखने पर अपने नजदीकी चिकित्सालय एवं टेस्टिंग सेंटर में अनिवार्य रूप से अपना टेस्ट कराया जाए। इसी के साथ उन्होंने कंट्रोल एवं कमांड सेंटर सहित टोल फ्री नंबर का व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार कराया गया।

उन्होंने क्वालिटी टेस्टिंग के साथ-साथ टेस्टिंग के लक्ष्य को भी पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि पीएससी एवं निजी चिकित्सालय से सूचना जुटाकर संदिग्ध व्यक्तियों की टेस्टिंग कराई जाए। बैठक में उन्होंने विशेष रूप से टेस्टिंग अलगाव एवं आइसोलेशन पर विशेष जोर दिया। सरकार आमजन के बेहतर स्वास्थ्य के प्रति निरंतर प्रयासरत है। इसी का नतीजा है कि सरकार स्वास्थ्य महकमे पर विशेष ध्यान दे रही है। उन्होंने कहा कि हेल्प महकमा यह सुनिश्चित करें कि सभी संदिग्ध व्यक्तियों को चिन्हित करते हुए उनकी टेस्टिंग कराई जाए।

उन्होंने कहा कि कंटेनमेंट एरिया में निर्धारित दायरे के अंदर सख्ती से अनुपालन कराने के साथ साथ आईबरमक्टिन की गोलियां डोर टू डोर वितरित की जाए। उन्होंने सीएमओ से दवा की उपलब्धता के संबंध में जानकारी हासिल की। जिस पर उन्होंने बताया कि जनपद में दो चरणों में 46000 गोलियां प्राप्त हुई थी। जिनमें से वर्तमान में 28640 गोलियां उपलब्ध है। देश का वितरण कर दिया गया है। नोडल अधिकारी ने निर्देश दिए कि सर्विलांस टीमें के माध्यम से कंटेनमेंट जोन में डोर टू डोर संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आए लोगों को उक्त औषधि का वितरण करवाया जाए। बैठक में जिला अधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह, मुख्य विकास अधिकारी अरविंद सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मनोज अग्रवाल, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आरपी दीक्षित, डॉ अश्विनी, डॉक्टर बी सी पंत, डॉक्टर बलवीर सिंह सहित अन्य चिकित्सा अधिकारी मौजूद रहे।

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