Website design के वक्त ध्यान देने योग्य बातें
Website designing की पूरी प्रक्रिया में विभिन्न प्रकार की तथ्यों
को ध्यान में रख कर काम किया जाता है जिनमें से कुछ तथ्य इस प्रकार हैं:
Target audience
सबसे पहली और जरूरी चीज होती है Target audience यानि के आपके
वेबसाइट में आने वाले visitors, जब आपको अपने website के audience के बारे में पता चल जाता है तो आपका काम
काफ़ी आसान हो जाता है।
इससे आपको समझ आ जाता है कि आपके audience किस प्रकार के हैं वे किस तरह के content को पसंद करते है, अब इसके अनुसार आप आगे अपनी site को design कर पायेंगे।
इससे आपको समझ आ जाता है कि आपके audience किस प्रकार के हैं वे किस तरह के content को पसंद करते है, अब इसके अनुसार आप आगे अपनी site को design कर पायेंगे।
Example के लिये आप कोई automobile की website बना रहें हैं तो जाहिर सी बात है audience
group में वही
लोग होंगे जो car आदि पसंद करते हैं, तो इससे आपको उनके interest के बारे में पता
चलता है, इससे
पता चलता है कि वे आपकी साइट से किस प्रकार की जानकारी चाहते हैं, अब आप अपनी site
में सिर्फ़ उन्ही
चीजों को डालेंगे जो car पसंद करने वाले व्यक्ति के काम की हो।
Information architecture:
आपको ये पता चल चुका है कि आप को कैसी जानकारियां अपने site में publish करनी है, लेकिन उन जानकारियों
को किस format में आप अपने audience तक पहुंचायें कि वह देखने और पढने में और भी
ज्यादा interesting लगे इस बात का भी ध्यान रखना जरूरी है।
Layout:
Website के structure या ढांचे को ही उसका layout कहा जाता है, layout डिजाईन करते समय
वेबसाइट के अलग-अलग sections जैसे header, sidebar, content, footer आदि के height-width,
position आदि को
ध्यान में रख कर structure को कुछ ऐसे design किया जाता है कि हम अपने site के information
को सही तरीके से user
को present कर पायें।
Navigation:
किसी भी site में एक effective navigation का होना बहुत ही
जरूरी है|
Navigation से ही visitor को पता चलता है उसे जिस प्रकार की जानकारी चाहिये वो कहां और किस page में उपलब्ध है।
एक अच्छे navigation को simple, साधारण और समझ में आने योग्य होनी चाहिये।
Navigation को कई तरीके से बनाया जा सकता जैसे की header, sidebar या footer में link डालकर या फ़िर अलग से एक menu बनाकर pages के links को अलग-अलग category में divide करके दिखा सकते हैं जिससे की user को उसकी मनचाही चीजें ढूंढने में आसानी हो।
Navigation की design उस साइट की सभी pages में समान होनी चाहिये।
Navigation से ही visitor को पता चलता है उसे जिस प्रकार की जानकारी चाहिये वो कहां और किस page में उपलब्ध है।
एक अच्छे navigation को simple, साधारण और समझ में आने योग्य होनी चाहिये।
Navigation को कई तरीके से बनाया जा सकता जैसे की header, sidebar या footer में link डालकर या फ़िर अलग से एक menu बनाकर pages के links को अलग-अलग category में divide करके दिखा सकते हैं जिससे की user को उसकी मनचाही चीजें ढूंढने में आसानी हो।
Navigation की design उस साइट की सभी pages में समान होनी चाहिये।
Graphics:
आपने सुना होगा की एक तस्वीर अपने आप में हजारो शब्द बयां करती हैं,
ऐसे ही बिना चित्रों
के आपकी वेबसाइट नीरस तथा उबाऊ लग सकती है और visitor 5 seconds में ही आपकी साइट
बंद कर के कहीं और चला जायेगा।
Images use करने से आपकी साइट दिखने में अच्छी तो लगेगी ही इसके अलावा graphics से आपकी website की SEO (Search Engine Optimization) भी improve होगी।
Images use करने से आपकी साइट दिखने में अच्छी तो लगेगी ही इसके अलावा graphics से आपकी website की SEO (Search Engine Optimization) भी improve होगी।
ग्राफ़िक्स का use करते समय हमें कई बातो का ध्यान रखना जरूरी होता
है जैसे:
Image format
Resolution
Size
Height-Width
Color combination
आपके वेबसाइट के चित्र दिखने में attractive होने तो चाहिये इसके अलावा यह content
से related और जल्दी से load
भी होने चाहिये।
Colors:
जब भी हम अपनी website design करते हैं तो हमें color combination का भी ध्यान रखना
पडता है, आपने
देखा होगा कि ज्यादतर websites में maximum 3 या 4 colors ही use किया जाता है जिससे वह साईट और भी professional दिखाई देता है।
उपयोग होने वाले images, fonts, backgrounds आदि के color को पहले से तय किये गये color combination के हिसाब से ही चुना जाता है और सभी pages में वही combination use होता है।
उपयोग होने वाले images, fonts, backgrounds आदि के color को पहले से तय किये गये color combination के हिसाब से ही चुना जाता है और सभी pages में वही combination use होता है।
Fonts:
जाहिर सी बात है अगर fonts clear और पढने लायक ना हो तो हमारी website
किसी काम की नही है,
इसके अलावा जो fonts
हम अपने system
में MS-Word आदि में देखते हैं,
जरूरी नही कि उन सभी
को हम अपनी website में उपयोग कर पायेंगे।
Font चुनते समय हमारे पास 2 options होते हैं:
हम उन्हीं common fonts का use करते हैं जो user के system में पहले से installed होते हैं या
Web fonts का उपयोग करते हैं जिसमें हमें fonts को अपने site
में ही include
करना होता है
इन सब के अलावा हमें font size, color, bold हो या light हो, content के situation से match कर रहा है या नही इन सभी बातों को भी
ध्यान में रखा जाता है।
Website Design करने के लिये क्या सीखना जरूरी है?
आजकल website बनाना बहुत ही आसान हो गया है, internet पर कई सारे ऐसे tools
हैं जिनकी मदद से आप
बिना कोई programming किये आसानी से अपना वेबसाइट बना सकते है|
लेकिन अगर आप एक professional web designer बनना चाहते हैं, आप चाहते हैं कि किसी भी तरह की website हो आप उसे design करलें और सिर्फ़ डिजाइन नही बल्कि उसके अन्दर की सारी functionality को भी आप समझ सकें, तो इसके लिये आपके अन्दर थोडी सी programming skills होनी जरूरी है।
लेकिन अगर आप एक professional web designer बनना चाहते हैं, आप चाहते हैं कि किसी भी तरह की website हो आप उसे design करलें और सिर्फ़ डिजाइन नही बल्कि उसके अन्दर की सारी functionality को भी आप समझ सकें, तो इसके लिये आपके अन्दर थोडी सी programming skills होनी जरूरी है।
वैसे तो website
designing में कई
सारी technologies हैं पर सबसे पहले आप नीचे दिये कुछ जरूरी चीजों से सीखना शुरु करें:
HTML
CSS
Basic Javascript (Optional)
jQuery
HTML
यानि की HyperText Markup Language, यह सबसे जरूरी और पहली चीज है किसी
वेबसाइट को बनाने के लिये।
इससे website का layout यानी की structure तैयार किया जाता है।
इससे website का layout यानी की structure तैयार किया जाता है।
यकीन मानिये यह सीखने में बहुत ही आसान है, और इसे सीख कर आप एक simple web
page कुछ ही
मिनटो में तैयार कर सकते हैं।
CSS
आपको HTML सीखने के बाद CSS (Cascading Style Sheets) सीखना आवश्यक है क्यों कि आप सिर्फ़ HTML से अपने वेबसाइट को attractive
नही बना सकते।
HTML से website का ढांचा तैयार किया जाता है फ़िर CSS से उसमें सजावट की जाती है यानि की रंग रोगन का सारा काम CSS से होता है।
HTML से website का ढांचा तैयार किया जाता है फ़िर CSS से उसमें सजावट की जाती है यानि की रंग रोगन का सारा काम CSS से होता है।
इसे सीखना HTML से भी ज्यादा मजेदार होता है, पर हां इसे सीखने से
पहले HTML जरूर
सीखें क्योंकि अकेला CSS कुछ भी नही कर सकता।
Javascript:
वैसे तो यह इतना आवश्यक नही है, आप HTML+CSS से बेहतरीन design बना सकते हैं| लेकिन अगर आप कुछ नये functionalities
add करना चाहते हैं जैसे
की आपने देखा होगा किसी साइट में कुछ forms होते हैं, contact form,
registration form आदि जिसको fill करके submit करने पर बिना पेज reload हुये हमारा data
submit हो जाता
है, इस तरह
की चीजों को javascript से बनाया जाता है।
jQuery
Javascript के कुछ common tasks को और आसान बनाने के लिये jQuery का use किया जाता है।
जिस काम को करने के लिये Javascript में कई सारे lines of code लिखने पडते हैं उसे हम jQuery में आसानी से कुछ ही लाइनो में कर सकते हैं।
जिस काम को करने के लिये Javascript में कई सारे lines of code लिखने पडते हैं उसे हम jQuery में आसानी से कुछ ही लाइनो में कर सकते हैं।
Web design में use होने वाले tools:
इसके लिये कई सारे tools होते हैं, designing के लिये अलग, coding के लिये अलग tools
use किये जाते हैं।
जरूरी नही की आप इन्हीं tools का इस्तेमाल करें, designer अपने हिसाब से अपनी
पसंद की tools select करते हैं।
यहां नीचे कुछ popular web designing tools की list दी जा रही है जो beginners
के लिये उपयोगी हैं:
Designing के लिये tools:
Photoshop
Corel Draw
Coding के लिये text editors:
Notepad++
Dreamweaver
Web browsers:
Chrome
Firefox
Safari
Opera
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