वर्ल्ड वाइड वेब 30 साल का हो गया। वर्ल्ड वाइड वेब ने मानव समाज के भविष्य को पूरी तरह से बदल दिया है। 12 मार्च, 1989 को 33 वर्षीय सर टिम बर्नर्स-ली ने अपने बॉस को एक प्रपोजल 'इंफॉरमेशन मैनेजमेंट: अ प्रपोजल' सबमिट किया था, जिसके आज हम वर्ल्ड वाइड वेब के नाम से जानते हैं। टिम यूरोपियन सीईआरएन लैब में काम करते थे। उनके बॉस ने इस प्रपोजल को देखने के बाद कहा था कि अस्पष्ट है लेकिन एक्साइटिंग हैं। टिम को कभी ये नहीं लगा था कि उन्होंने जो प्रपोजल दिया है, वह आने वाले समय में मानव जगत के भविष्य को इस कदर बदल देगा। टिम अपनी नौकरी के दौरान ब्राउजर प्रोग्राम लिखा करते थे। उन्होंने एचटीएमएल, यूआरएल और एचटीटीपी टेक्नोलॉजी के फंडामेंल लिखे थे। 6 अगस्त को 1991 को उन्होंने वर्ल्ड वाइड वेब पर अपना रिसर्च पेपर जम किया था।
1. टिम बर्नर्स ली (Tim Berners-Lee) ने स्विटजरलैंड में यूरोपीय नाभिकीय अनुसंधान संगठन (CERN)में नौकरी करने के दौरान ब्राउजर कंप्यूटर प्रोग्राम लिखा था. उन्होंने तीन टेक्नोलॉजी के फंडामेंटल लिखे जिनमें, HTML, URL और HTTP शामिल है. 6 अगस्त 1991 को टिम (Tim Berners-Lee) ने वर्ल्ड वाइड वेब प्रोजेक्ट का रिसर्च पेपर पब्लिश किया.
2. इस रिसर्च पेपर में टिम (Tim Berners-Lee) ने CERN के अपने मैनेजर से एक ऐसे इंफॉर्मेशन सिस्टम की मांग की थी जो उनकी लैब में एक कम्प्यूटर से दूसरे को कनेक्ट कर सके. टिम (Tim Berners-Lee) का यह प्रपोजल स्वीकार कर लिया गया और इसके बाद यूनिवर्सिटी और रिसर्चर्स एक कनेक्शन नेटवर्क से जुड़े.
3. यह था इंटरनेट पर पहला कम्युनिकेशन. 1991 में वेब ब्राउजर को CERN के बाहर रिलीज किया गया. अन्य रिसर्च संगठनों ने भी इस पर काम किया. इस तरह से 6 अगस्त को इंटरनेट का जन्म हुआ. पहली वेबसाइट http://info.cern.ch थी. अप्रैल 1993 में CERN कंपनी ने इंटरनेट की रॉयल्टी ओपन सोर्स कर दी.
4. इसके बाद शुरू हुआ वो दौर जिसने आज के जमाने के इंटरनेट की नींव रखी. इस दौर में कई वेब कंपनियों ने जन्म लिया. जिसमें गूगल, अमेजन जैसी कंपनियां शामिल हैं.
5. भारत में जन सामान्य के लिए इंटरनेट सेवा का आरम्भ 15 अगस्त 1995 को किया गया जिसे विदेश संचार लिमिटेड द्वारा प्रारम्भ किया गया. सिस्को की विजुअल नेटवर्किंग इंडेक्स (VNI) की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2021 तक इंटरनेट यूजर्स की संख्या बढ़कर 82.9 करोड़ हो जाएगी.
ऑफिस के सिस्टम जोड़ने के लिए हुई थी शुरुआत
शुरुआत में टिम एक ऐसे इंफॉर्मेशन सिस्टम को तैयार कर रहे थे जिससे लैब के विभिन्न कम्प्यूटर्स को एक दूसरे से जोड़ा जा सके। टिम का ये प्रपोजल उनके बॉस को पसंद आया। 1991 में पहली बार बाहरी वेब सर्वर पर रन कराया गया। पहली बार साल 1993 अप्रैल में वेब को पब्लिक किया गया। धीरे-धीरे इंटरनेट की चर्चा फैलने लगी और इसके बाद गूगल, अमेजन जैसी कंपनियों का जन्म हुआ। इंटरनेट की प्रसिद्धी के बाद उस साल ही नवंबर में Mosaic लॉन्च हुआ। ये पहला सर्च इंजन था जो तस्वीरों को एक्सेप्ट करता था। ये वेब इंडस्ट्री में बड़ा बदलाव था। हालांकि बाद में Mosaic को इंटरनेट एक्सप्लोरर, गूगल क्रोम और मोजिला फायरफॉक्स ने रिप्लेस कर दिया।World Wide Web की खोज के पीछे थे ये शख्स, 5 प्वॉइंट्स में जानें कैसे आया WWW
World Wide Web: टिम बर्नर्स ली जिन्होंने की थी वर्ल्ड वाइड वेब की खोज. |
2. इस रिसर्च पेपर में टिम (Tim Berners-Lee) ने CERN के अपने मैनेजर से एक ऐसे इंफॉर्मेशन सिस्टम की मांग की थी जो उनकी लैब में एक कम्प्यूटर से दूसरे को कनेक्ट कर सके. टिम (Tim Berners-Lee) का यह प्रपोजल स्वीकार कर लिया गया और इसके बाद यूनिवर्सिटी और रिसर्चर्स एक कनेक्शन नेटवर्क से जुड़े.
3. यह था इंटरनेट पर पहला कम्युनिकेशन. 1991 में वेब ब्राउजर को CERN के बाहर रिलीज किया गया. अन्य रिसर्च संगठनों ने भी इस पर काम किया. इस तरह से 6 अगस्त को इंटरनेट का जन्म हुआ. पहली वेबसाइट http://info.cern.ch थी. अप्रैल 1993 में CERN कंपनी ने इंटरनेट की रॉयल्टी ओपन सोर्स कर दी.
4. इसके बाद शुरू हुआ वो दौर जिसने आज के जमाने के इंटरनेट की नींव रखी. इस दौर में कई वेब कंपनियों ने जन्म लिया. जिसमें गूगल, अमेजन जैसी कंपनियां शामिल हैं.
5. भारत में जन सामान्य के लिए इंटरनेट सेवा का आरम्भ 15 अगस्त 1995 को किया गया जिसे विदेश संचार लिमिटेड द्वारा प्रारम्भ किया गया. सिस्को की विजुअल नेटवर्किंग इंडेक्स (VNI) की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2021 तक इंटरनेट यूजर्स की संख्या बढ़कर 82.9 करोड़ हो जाएगी.
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