- कांग्रेस के कोषाध्यक्ष ने कहा 23 मई तक नहीं हुआ भुगतान तो 25 से शुरू होगा असहयोग आन्दोलन
बिपिन मिश्र लखीमपुर-खीरी। 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के घोषणा पत्र में कृषि विकास से संबंधित वादे थे लेकिन सरकार द्वारा इन्हें धरातल पर नहीं लाया गया। उसी प्रकार 2017 के विधान सभा चुनाव में भी भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में ऐसे ही वाद किए थे वह भी छलावा साबित हुए। यह बात कांगे्रस के कोषाध्यक्ष नईम सिद्दीकी ने प्रेसवार्ता के दौरान कही। उन्होंने बताया कि भाजपा के घोषणा पत्र में 14 दिनों के भीतर गन्ना किसानों को उनकी फसल का भुगतान, गन्ने से सीधे एथेनाल बनाने का प्रयोग कर किसानों के गन्ने का सही मूल्य दिलाए जाने, गन्ने से ग्लूटोन फ्री आटा, डिस्पोजेबल कटलरी आदि के उत्पाद को विशेष बढ़ावा दिए जाने जैसे वायदे शामिल थे। लेकिन धरातल पर कुछ भी नहीं दिख रहा। उन्होंने प्रदेश सरकार व चीनी मिल मालिकों से मीडिया के माध्यम से 23 मई से पूर्व बकाया गन्ने का भुगतान कराये जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि मैं महात्मा गांधी की विचारधारा को मानता हूं। मेरे आंदोलन के रास्ते उग्र नहीं होंगे परंतु गन्ना किसानों की समस्याओं के लिए अगर तत्काल कदम न उठाए गए तो 25 मई के बाद अपने किसान साथियों की मदद में असहयोग आंदोलन की शुरुआत करूंगा।
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