- हज़रत साग़र मियां की दरगाह में ग़रीब नवाज़ फाउण्डेशन द्वारा किया गया आयोजन
मुइज़ सागरी सण्डीला। पैग़म्बर मोहम्मद साहब के दामाद हज़रत अली के जन्म दिवस के अवसर पर नगर में भी महफ़िलों के माध्यम से उनके जीवन परिचय पर प्रकाश डाला गया। नज़रो नियाज़ के साथ चिरागा कर खुशियां मनाई गईं। नगर में स्थित हज़रत साग़र मियां की दरगाह में ग़रीब नवाज़ फाउण्डेशन द्वरा आयोजित "जश्ने मौलाए कायनात"का आयोजन किया गया,जिसे सम्बोधित करते हुए फ़रीदउद्दीन अहमद ने कहा कि
ईश्वर के अन्तिम दूत मोहम्मद साहब के दामाद हज़रत अली का जन्म इस्लामी कैलेंडर के अनुसार 13 रजब 24 हिज़री पूर्व मुसलमानों के तीर्थ स्थल अरब देश के खानये काअबा में हुआ था। आपकी माता का नाम फातिमा बिन्ते असद था। हज़रत अली 63 वर्षीय जीवन काल गरीबों एवं बेसहारा लोगो की मदद तथा अल्लाह की इबादत में व्यतीत किए। प्रथम मुस्लिम वैज्ञानिक एवं ईमानदार शासक हज़रत अली के इमाम हसन, हुसैन, अब्बास सहित आदि पुत्र एवं पुत्रियां हैं। उन्होंने बताया कि अहले बैत अतहर यानी पैग़म्बर मो0 साहब के परिवार वालों से मोहब्बत व उनकी शिक्षा की पैरवी ईमान की निशानी है।हज़रत अली का शिक्षा और न्याय आज भी बेमिसाल है।दरगाह हज़रत साग़र मियां के सज्जादानशीन मुईज़ उद्दीन अहमद साग़री चिश्ती ने कहा हज़रत अली को इस्लाम धर्म में एक विशेष स्थान प्राप्त है जो स्थान किसी अन्य को प्राप्त नहीं हज़रत अली एक महान वीर योद्धा थे। आप ने आतंकवाद के विरोध एवं अमनो अमान कायम रखने के लिए जंगे ओहद, खन्दक, बर्द, खैबर, सिफ़्फ़ीन सहित आदि जंगे लड़ी और फतेह हासिल की। ।इसके अलावा सूफी एहतेशाम,डॉ0 ज़ुबैर सिद्दीकी, फय्याजुद्दीन शाहजहाँपुरी,फरहान साग़री गोपामवी, अनवारुल हक़, इसरारूल हक़ मुन्ना साबरी,मो0 अफ़ज़ल,हाफ़िज़ फरहान, फरहत महमूद,दावर रज़ा,नसीम मंसूरी ने बारगाहे हज़रत अली में मनकबत का नज़राना पेश किया आयोजन की शुरुआत तिलावते क़ुरआन पाक से फरहानुल हक़ ने किया।ग़रीब नवाज़ फ़ाउण्डेशन के अध्यक्ष शफी अहमद साबरी ने सबका शुक्रिया अदा किया। हज़रत अली के जन्म दिवस को लेकर नगर में चारागा किया गया व नज़रो नियाज़ करा कर एक दूसरे को मुबारकबाद दी गयी।
यह भी पढ़े
हरदोई ग्रामीण पत्रकार एशोसिएशन की जिला कार्यकारिणी घोषित
No comments:
Post a Comment
Please share your views