बिपिन मिश्र
लखीमपुर-खीरी। लगभग एक सप्ताह पहले पार्टी हाईकमान के आदेश पर होने वाली विजय संकल्प रैली की तैयारियां भाजपा कार्यकर्ताओं ने जोरदार तरीके से की थी लेकिन आज उनकी मेहनत पर पानी उस समय फिर गया, जब अंत तक भीड़ की संख्या मात्र पांच सौ के अंदर ही सिमट गई।
जनता के न पहुंचने का मुख्य कारण कार्यकर्ताओं की जुबानी सांमने आया। उनका कहना था कि पूरे पांच साल कार्यकर्ताओं का फोन तक उठाना उचित नहीं समझा। न संपर्क में रहीं। दूसरी तरफ विधायकों के कोपभाजन का शिकार भी बनी विजय संकल्प रैली। उनकी नाराजगी भी उस समय सांमने आयी, जब चार बिधायक उपस्थित नहीं हुए। जिसमें सबसे ज्यादा कस्ता विधायक सौरभ सिंह सोनू की नाराजगी के चलते भीड़ का न जुट पाना बताया गया। भारतीय जनता पार्टी ने धौरहरा लोकसभा क्षेत्र के कस्ता विधानसभा में औरंगाबाद गांव में विजय संकल्प रैली का किया आयोजन लोकसभा धौराहरा के चार विधानसभा क्षेत्रों के विधायकों ने वर्तमान सांसद के तानाशाही रवैया के चलते विजय संकल्प रैली से दूरी बनाई। भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रमापति राम त्रिपाठी ने धौराहरा लोकसभा क्षेत्र मैं विजय संकल्प रैली को संबोधित किया। वर्तमान सांसद रेखा वर्मा ने कार्यक्रम का आयोजन किया था। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रमापति राम त्रिपाठी ने कार्यकर्ताओं को नरेंद्र मोदी को एक बार पुनः प्रधानमंत्री बनाए जाने का संकल्प कराया, तो दूसरी ओर कार्यक्रम विवादों के घेरे में उस समय आ गया, जब पता चला कि लोकसभा क्षेत्र में लगने वाले पांच विधानसभा क्षेत्रों के बिधायक नहीं आ रहे हैं। काफी मान मनोबल के बाद वर्तमान मोहम्मदी विधायक और जिला अध्यक्ष लोकेंद्र प्रताप सिंह ही पहुंचे, लेकिन कस्ता विधानसभा क्षेत्र में विजय संकल्प रैली का आयोजन हो रहा था, कस्ता के वर्तमान विधायक सौरभ सिंह सोनू भी विजय संकल्प रैली में नहीं पहुंचे। भारतीय जनता पार्टी ने विजय संकल्प रैली में लोक सभा क्षेत्र में लगने वाली सभी विधानसभा के विधायकों को कार्यक्रम में रहने का निमंत्रण दिया था, लेकिन वर्तमान सांसद रेखा वर्मा से लोक सभा के सभी विधायक इस कदर नाराज हैं कि कार्यक्रम में जाना तो दूर अपने किसी प्रतिनिधि तक को नहीं भेजा। वहीं क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं ने रमापति राम त्रिपाठी से रेखा वर्मा की शिकायत की और अनदेखी का आरोप लगाया। प्रेस वार्ता में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रमापति राम त्रिपाठी ने कांग्रेश द्वारा न्यूनतम आय 72000 सालाना के सवाल पर कांग्रेश को जमकर घेरा और सपा बसपा गठबंधन को स्वार्थ का गठबंधन बताया। जब कार्यक्रम में सभी विधायक नहीं आ रहे हैं का सवाल पूछा गया, तो बचाव की मुद्रा में दिखे।
लखीमपुर-खीरी। लगभग एक सप्ताह पहले पार्टी हाईकमान के आदेश पर होने वाली विजय संकल्प रैली की तैयारियां भाजपा कार्यकर्ताओं ने जोरदार तरीके से की थी लेकिन आज उनकी मेहनत पर पानी उस समय फिर गया, जब अंत तक भीड़ की संख्या मात्र पांच सौ के अंदर ही सिमट गई।
जनता के न पहुंचने का मुख्य कारण कार्यकर्ताओं की जुबानी सांमने आया। उनका कहना था कि पूरे पांच साल कार्यकर्ताओं का फोन तक उठाना उचित नहीं समझा। न संपर्क में रहीं। दूसरी तरफ विधायकों के कोपभाजन का शिकार भी बनी विजय संकल्प रैली। उनकी नाराजगी भी उस समय सांमने आयी, जब चार बिधायक उपस्थित नहीं हुए। जिसमें सबसे ज्यादा कस्ता विधायक सौरभ सिंह सोनू की नाराजगी के चलते भीड़ का न जुट पाना बताया गया। भारतीय जनता पार्टी ने धौरहरा लोकसभा क्षेत्र के कस्ता विधानसभा में औरंगाबाद गांव में विजय संकल्प रैली का किया आयोजन लोकसभा धौराहरा के चार विधानसभा क्षेत्रों के विधायकों ने वर्तमान सांसद के तानाशाही रवैया के चलते विजय संकल्प रैली से दूरी बनाई। भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रमापति राम त्रिपाठी ने धौराहरा लोकसभा क्षेत्र मैं विजय संकल्प रैली को संबोधित किया। वर्तमान सांसद रेखा वर्मा ने कार्यक्रम का आयोजन किया था। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रमापति राम त्रिपाठी ने कार्यकर्ताओं को नरेंद्र मोदी को एक बार पुनः प्रधानमंत्री बनाए जाने का संकल्प कराया, तो दूसरी ओर कार्यक्रम विवादों के घेरे में उस समय आ गया, जब पता चला कि लोकसभा क्षेत्र में लगने वाले पांच विधानसभा क्षेत्रों के बिधायक नहीं आ रहे हैं। काफी मान मनोबल के बाद वर्तमान मोहम्मदी विधायक और जिला अध्यक्ष लोकेंद्र प्रताप सिंह ही पहुंचे, लेकिन कस्ता विधानसभा क्षेत्र में विजय संकल्प रैली का आयोजन हो रहा था, कस्ता के वर्तमान विधायक सौरभ सिंह सोनू भी विजय संकल्प रैली में नहीं पहुंचे। भारतीय जनता पार्टी ने विजय संकल्प रैली में लोक सभा क्षेत्र में लगने वाली सभी विधानसभा के विधायकों को कार्यक्रम में रहने का निमंत्रण दिया था, लेकिन वर्तमान सांसद रेखा वर्मा से लोक सभा के सभी विधायक इस कदर नाराज हैं कि कार्यक्रम में जाना तो दूर अपने किसी प्रतिनिधि तक को नहीं भेजा। वहीं क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं ने रमापति राम त्रिपाठी से रेखा वर्मा की शिकायत की और अनदेखी का आरोप लगाया। प्रेस वार्ता में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रमापति राम त्रिपाठी ने कांग्रेश द्वारा न्यूनतम आय 72000 सालाना के सवाल पर कांग्रेश को जमकर घेरा और सपा बसपा गठबंधन को स्वार्थ का गठबंधन बताया। जब कार्यक्रम में सभी विधायक नहीं आ रहे हैं का सवाल पूछा गया, तो बचाव की मुद्रा में दिखे।
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