Tuesday, August 13, 2019

गायत्री ज्ञान मंदिर का ज्ञान यज्ञ अभियान के अन्तर्गत में 323वां युगऋषि सम्पूर्ण वाङ्मय साहित्य की स्थापना

‘‘ऋषि वाङ्मय साहित्य नैतिक शिक्षा प्रदान करता है’’ : उमानंद शर्मा

लखनऊ: गायत्री ज्ञान मंदिर इंदिरा नगर, लखनऊ के विचार क्रान्ति ज्ञान यज्ञ अभियान के अन्तर्गत ‘बी.एन. कालेज ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलॉजी, सीतापुर रोड, लखनऊ के केन्द्रीय पुस्तकालय’ में गायत्री परिवार के संस्थापक युगऋषि पं0 श्री राम शर्मा आचार्य द्वारा रचित सम्पूर्ण 78 खण्डों का वांड़मय साहित्य की स्थापित किया गया। उपरोक्त यह वाङ्मय साहित्य गायत्री परिवार रचनात्मक ट्रस्ट, गायत्री ज्ञान मंदिर इन्दिरा नगर के सक्रिय कार्यकर्त्री श्री नीरज श्रीवास्तव ने अपने पूज्य अपने पूज्य माता-पिता की स्मृति में संस्थान के पुस्तकालय को भेंट किया तथा छात्र-छात्राओं एवं संकाय सदस्यों को व्यक्तिगत रूप से अखण्ड ज्योति पत्रिका भेंट की।
इस अवसर पर वाङ्मय स्थापना अभियान के मुख्य संयोजक उमानंद शर्मा वाङ्मय साहित्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ऋषि वाङ्मय साहित्य नैतिक शिक्षा प्रदान करता है, उपरोक्त ज्ञान-दान अपने पूर्वजों की स्मृति में करना चाहिये। डॉ0 नरेन्द्र देव ने छात्र-छात्राओं को निरोगी जीवन जीने के ऋषि सूत्र दिये। संस्थान के निदेशक डॉ. आशुतोष द्विवेदी ने धन्यवाद ज्ञापन व्यक्त किया। इस अवसर पर वाङ्मय स्थापना अभियान के मुख्य संयोजक उमानंद शर्मा, श्री उदयभान सिंह, डॉ0 नरेन्द्र देव, संस्थान के महानिदेशक प्रो0 डॉ0 रघुवीर कुमार, निदेशक डॉ0 आशुतोष द्विवेदी, अतिरिक्त निदेशक कृषि विभाग उ.प्र. श्री नीरज श्रीवास्तव सहित संकाय सदस्य एवं छात्र-छात्रायें मौजूद थे।

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