जिले में चर्चाओ का दौर
ह्श्मे आलममेरठ। हापुड़ लोकसभा से बसपा के सिम्बल में टिकट की मांग करने वाले शाहिद अखलाक के भतीजे का गोली चलते जैसे ही वीडियो वायरल हुआ वेसे ही जनता में शहीद अखलाक के विरुद्ध एक रूमर दौड़ पड़ी की कि एक और तो हाजी शाहिद टिकट की मांग कर रहे है। वही उनके भतीजे खलनायक के रूप में सामने आ रहे है,जिस तरह छत पर गोली चलाते हुए उनके भतीजे खलनायक के गाने पर नाचते हुए दिखे उससे ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे उनको खलनायकी बहुत ज्यादा पसंद है।
जनता ने शाहिद अखलाक के परिवार के इस रूप को पूरी तरह नकार दिया और सभी दबी दबी ज़बान में चौराहों पर कहते दिख रहे है कि हाजी शाहिद अखलाक किस मुह से टिकट की मांग को लेकर पार्टी का विरोध करते फिर रहे है न तो वह हार के बाद जनता के बीच थे और न ही किसी जनहित के मुद्दों को लेकर सड़को पर दिखाई दिए। वायरल वीडियो के बाद दिल्ली तक इसकी गूंज दिखाई दी।
कयास लगाए जा रहे है कि जो एक्का दुक्का लोग टिकट की मांग को लेकर पार्टी की फजीहत से परहेज़ नही कर रहे है अगर अब वो सामने आए तो 2 साल पहले जिस तरह पार्टी हाईकमान ने शहीद अखलाक को बसपा से निष्कासित किया था ऐसे ही उनके साथ लगने वालों को भी निष्कासित किया जा सकता है। क्यों कि बसपा की और से गठबन्धन प्रत्याशी हाजी याक़ूब कुरेशी को लगातार दलित- मुस्लिम के साथ साथ सर्व समाज का समर्थन मिल रहा है और जनता भी हाजी याक़ूब के नाम पर बीजेपी के सामने चट्टान बनकर सामने आ रही है, हाजी याक़ूब भाजपा के लिए कितने घातक साबित हो सकते है उसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उनके प्रभारी घोषित होते ही उनको घेरने के लिए उनकी फेक्टरी तक को सील कराया जा चुका है,इस मामले में एमडीए पर भाजपा के दबाव में काम करने का भी आरोप लग रहा है।
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